- 8 महीने पहले
- VANDE BHARAT PADYATRA
- Description
Vande Bharat Pad Yatra
Vande bharat padyatra was started on 4 December 2022 by Ashutosh Pandey, who hails from Uttar Pradesh, which will cover a distance of 21000 kms through 21 states. Ashutosh Pandey, who left his job as a business head with an annual package of Rs 10.80 lakh, is engaged in this work. The purpose of this yatra is to make the country aware to save nature. The way man is exploiting this earth to fulfill his desires and the destruction of our nature due to this exploitation has raised the problem of climate change in front of us. The way governments are cutting our forests in the name of development, it is impossible to even imagine how dangerous the future will be. The purpose of this yatra is to reduce this danger by making the society aware to save nature. During this yatra, memorandums are also being given to the state ministers and along with this, people and sarpanches are also being made aware by going from village to village. It is the responsibility of all of us to save our nature and live our life in accordance with nature. Let us save our earth together.
(वन्दे भारत पद यात्रा आशुतोष पांडे जो की उत्तर प्रदेश के रहने वाले है के द्वारा 4 दिसम्बर 2022 को आरम्भ की गई थी जो 21 राज्यों से होकर 21000 किलोमीटर का सफर तय करेगी। आशुतोष पांडे जो की एक बिज़नेस हेड की नौकरी को छोड़कर जिसका सालाना पैकेज 10.80 लाख रूपए था इस कार्य मे लगे है। इस यात्रा का उद्देश्य देश को प्रकृति को बचाने के लिए जागरूक करना है जिस तरह इंसान अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए इस धरती का ज्यादा से ज्यादा भोग कर रहा है और इस भोग की वजह से हमारी प्रकृति का जो नाश हुआ है उससे जलवायु परिवर्तन की समस्या हमारे सामने खड़ी हो गई है सरकारे विकास के नाम पर जिस तरह हमारे जंगलो को काट रही है इससे आने वाला समय कितना खतरनाक होगा इसकी कल्पना भी करना असंभव है और इस यात्रा का उदेश्य समाज को प्रकृति को बचाने हेतु जागरूक करके इस खतरे को कम करने पर कार्य किया जा रहा है इस यात्रा के दौरान राज्यों के मंत्रिओ को भी ज्ञापन दिया जा रहा है और साथ मे गांव गांव जाकर लोगो को और सरपंचो को भी जागरूक किया जा रहा है यह हम सब की जिम्मेदारी है की हम अपनी इस प्रकृति को बचाये और प्रकृति के अनुकूल ही अपना जीवन यापन करे। आइये मिलकर अपनी इस धरती को बचाये।)